Poshan Abhiyan: हमारा देश भारत वर्तमान समय में विकासशील देशों की सूची में आता है यानि हम इस समय एक विकसित देश बनने की राह पर हैं। आप जानते ही होंगे कि किसी भी विकासशील देश में कुपोषित बच्चों के सबसे ज्यादा मामले देखने को मिलते हैं। ऐसा इसलिए देखा जाता है क्योंकि देश में अभी भी कई लोग ऐसे हैं जो गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे हैं और जिन्हें दिन में एक वक्त का खाना भी मुश्किल से मिल पाता है।
यही कारण है कि उन परिवारों के बच्चे कुपोषण का शिकार होते हैं। लेकिन इस समस्या के समाधान के लिए सरकार ने ‘पोषण अभियान’ नाम से एक योजना शुरू की है. लेकिन ये पोषण अभियान है क्या? इसके मुख्य बिंदु क्या हैं और आप इससे कैसे लाभ उठा सकते हैं? आज हम इन सभी चीजों के बारे में बात करेंगे तो चलिए शुरू करते हैं।
Poshan Abhiyan 2023 क्या हैं?
पोषण अभियान (राष्ट्रीय पोषण मिशन) महिला और बाल विकास मंत्रालय का एक प्रमुख कार्यक्रम है। मिशन का उद्देश्य 2017-18 से शुरू होने वाले अगले तीन वर्षों के दौरान 0-6 वर्ष, किशोरियों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं से बच्चों की पोषण स्थिति में सुधार करना है। इस अभियान का उद्देश्य विभिन्न कार्यक्रमों यानि आंगनवाड़ी सेवाओं, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, किशोरियों के लिए योजना, जननी सुरक्षा योजना, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, स्वच्छ भारत मिशन, सार्वजनिक वितरण प्रणाली, महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के साथ अभिसरण प्राप्त करना है।
वर्तमान नीतियां प्रमुख रूप से गर्भवती माताओं और स्तनपान कराने वाले बच्चों पर केंद्रित हैं, लेकिन सरकार को यह भी सोचने की जरूरत है कि बढ़ते बच्चों को पोषण कैसे प्रदान किया जाए। उन्होंने कहा कि यूनिसेफ स्वच्छ भारत, मिशन इन्द्रधनुष, टीकाकरण नीतियों और पोशन अभियान जैसी पहल पर सरकार के साथ काम करना जारी रखेगा।
इस अभियान की शुरुवात भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा 8 मार्च 2018 को की गयी थी ताकि भारत में कुपोषण के सभी मामलो को ख़त्म किया जाए।
योजना का नाम | Poshan Abhiyan |
किसने शुरू की | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने |
विभाग | महिला और बाल विकास मंत्रालय |
कब शुरू की गयी | 8 मार्च 2018 |
उद्देश्य | देश में कुपोषण स्तर को कम करना |
लाभार्थी | छः वर्ष से कम उम्र के बच्चे एवं किशोरियाँ, गर्भवती महिलायें एवं दूध पिलाने वाली माताएँ |
आधिकारिक वेबसाइट | https://poshanabhiyaan.gov.in/ |
हेल्पलाइन नंबर | 14408 |
Poshan Abhiyan में क्या होता हैं?
पोषण अभियान में कई तरह की गतिविधियाँ आयोजित की जाती हैं, इन गतिविधियों का उद्देश्य लोगों को कुपोषण से लड़ने के लिए जागरूक करना है ताकि समाज में बदलाव लाया जा सके। साथ ही इस अभियान का प्रचार-प्रसार इस प्रकार किया जाए कि कोई भी पात्र महिला या बच्चा इस योजना का लाभ लेने से न छूटे।
इस अभियान का मुख्य बिंदु यही हैं कि भारत में कुपोषण के मामलो को कम से कम किया जाए ताकि सभी लोगो को खाना मिल सके और सभी तंदरुस्त रहे।
Poshan Abhiyan का लक्ष्य
सरकार ने जब इस अभियान को शुरू किया तो इसके कुछ मुख्य लक्ष्य भी तय किए हैं, जिसके बारे में आप नीचे पढ़ सकते हैं।
- बच्चो एवं महिलाओं को खाना प्रदान करवाना और अल्प पोषण के मामले में 2% तक की कमी करनी।
- नवजात शिशु में कम होने वाले वजन की समस्या को 2% तक कम किया जा सके।
- छोटे बच्चो, गर्भवती महिलाओ, किशोरों में एनीमिया के मामलो को 3% तक कम करना।
- पुरे देश में कुपोषण के मामलो में कमी करना।
Poshan Abhiyan किन लोगो के लिए हैं?
Poshan Abhiyan जिन लोगो के लिए शुरू किया गया हैं उसके बारे में नीचे लिखा हुआ हैं।
- नवजात शिशु
- किशोरियां
- गर्भवती महिलाएं
- बच्चे
Poshan Maah क्या हैं?
Rashtriya Poshan Maah 2023 के लाभ एवं विशेषताएं
- राष्ट्रीय पोषण माह महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा वर्ष 2018 में आरंभ किये गए राष्ट्रीय पोषण अभियान का ही एक मुख्य हिस्सा है।
- देश के प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी ने मन की बात रेडियो संबोधन के माध्यम से देशवासियों से 1 सितंबर से लेकर 30 सितंबर 2022 तक के अवधि को पाँचवें Rashtriya Poshan Maah 2023 के रूप में मानाने की अपील की है।
- इस अभियान के तहत गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली महिलाओं, 6 वर्ष से कम आयु के बच्चों एवं किशोरियों के पोषण पर विशेष ध्यान दिया जायेगा।
- इसके साथ ही, इस अभियान के माध्यम से देश के आम नागरिकों के मध्य पोषण के महत्व के बारे में जागरूकता उत्पन्न करने हेतु विभिन्न कार्यक्रम एवं शिविर आयोजित किये जायेंगे।
- इस वर्ष इस पहल के मुख्य विषय “महिला और स्वास्थ्य” एवं “बच्चे और शिक्षा” निर्धारित किये गए है।
- इस अभियान के तहत सरकार ने ग्राम पंचायतों को पोषण पंचायतों के तौर पर जोड़ने की योजना बनायीं है, जिसके लिए मंत्रालय ने ग्राम पंचायत स्तर तक कार्यक्रमों की श्रंखला तैयार की है।
- राष्ट्रीय पोषण अभियान 2023 के तहत पंचायत स्तर तक जागरूकता गतिविधियों के सुचारु संचालन हेतु सरकार संबंधित जिला पंचायती राज अधिकारियों, सीडीपीओ, स्थानीय अधिकारियों का सहयोग भी लिया जाएगा।
- केंद्र सरकार द्वारा राज्य स्तरीय गतिविधियों के तहत पारंपरिक व्यंजनों पर विशेष ध्यान देते हुए “अम्मा की रसोई” के माध्यम से पारंपरिक व्यंजनों एवं खाद्य पदार्थों को कार्यक्रम में शामिल किये जाने की योजना बनायी गयी है।
- इसके साथ ही, राज्य स्तरीय आंगनबाड़ी केंद्रों पर महिलाओं को वर्षा जल संचयन हेतु जागरूक किया जायेगा एवं आदिवासी क्षेत्रों में स्वास्थ्य माताओं एवं बच्चों हेतु पारंपरिक खाद्य पदार्थों से जुड़ी जानकारियाँ प्रदान की जाएगी।
पोषण वाटिका क्या है?
Poshan Abhiyan Data Entry कैसे करें ?
Poshan Abhiyan Data Entry में लॉगिन करने के लिए आप नीचे दिए हुए स्टेप्स फॉलो करे सकते हैं।
- सबसे पहले पोषण अभियान की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ।
- फिर वेबसाइट पर आपको Data Entry का ऑप्शन मिलेगा।
- Data Entry के ऑप्शन पर क्लिक कर दें।
- क्लिक करते ही आपके सामने Poshan Abhiyan Data Entry में लॉगिन करने का पेज खुल जायेगा।
FAQ's (अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न )
Q: पोषण माह कब से शुरू होता हैं?
पोषण माह हर साल भारत में सितम्बर के महीने में शुरू होता हैं।
Q: पोषण अभियान हेल्पलाइन नंबर क्या हैं?
पोषण अभियान हेल्पलाइन नंबर हैं – 14408
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